Martial Arts Champion: कुलगाम की मुस्कान ने नेशनल मार्शल आर्ट चैम्पियनशिप में जीता सिल्वर मेडल...

Muskan Mehraj wins Silver: कुलगाम के लीड्स कॉन्वेंट स्कूल में 9वीं कक्षा की छात्रा हैं मुस्कान. 23 से 25 दिसंबर 2023 तक नई दिल्ली में आयोजित मार्शल आर्ट्स चैंपियनशिप में भारत के लगभग 15 राज्यों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, जिसमें 270 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया. जिनमें से अवंतीपोरा के गिंडू फाउंडेशन के 8 छात्रों ने 2 गोल्ड, 4 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज पदक जीते.

Martial Arts Champion: कुलगाम की मुस्कान ने नेशनल मार्शल आर्ट चैम्पियनशिप में जीता सिल्वर मेडल...
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Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले की एक किशोरी ने दिल्ली में आयोजित नेशनल मार्शल आर्ट चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर घाटी का नाम रौशन किया है.  

जम्मू-कश्मीर के नौजवान बीते कई सालों से लगभग हर क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं. फिर चाहे वो खेल हो या पढ़ाई. इसी कड़ी में, कुलगाम जिले में आदिपोरा इलाके के निवासी मेहराज दीन वानी की 14 वर्षीय बेटी मुस्कान मेहराज ने बागातुर फेडरेशन कप 2023 द्वारा दिल्ली में आयोजित सब जूनियर नेशनल मार्शल आर्ट चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल अपने नाम किया है. 

23 से 25 दिसंबर 2023 तक नई दिल्ली में आयोजित इस चैंपियनशिप में भारत के लगभग 15 राज्यों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, जिसमें 270 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया. जिनमें से अवंतीपोरा के गिंडू फाउंडेशन के 8 छात्रों ने 2 गोल्ड, 4 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज पदक जीते.

वहीं, मुस्कान ने केसर टीवी से बात करते हुए कहा कि वह नेशनल लेवल पर सिल्वर मेडल जीतकर काफी खुश हैं. उन्होंने कहा, "जब मैं 9वीं कक्षा में पढ़ रही थी, तब मैंने अपने मार्शल आर्ट करियर की यात्रा शुरू की और बाद में, कई जिला, राज्य-स्तरीय और फेडरेशन कप में हिस्सा लेती रही. इस दौरान मैंने लोकल और स्टेट, दोनों स्तरों पर कई पदक जीते और उसके बाद अब ये नेशनल लेवल पर पदक जीता है".

अपनी इस कामयाबी पर चर्चा करते हुए, मुस्कान अपनी उपलब्धियों का श्रेय अपने कोच फरहान रेयाज़ और शाह फासिल अली को दिया. इसके अलावा, उन्होंने, अपने परिवार की ओर से मिलने वाली मदद और सपोर्ट का शुक्रियादा किया. 

इसके अलावा घाटी में स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेकर मेहराज कहती हैं कि “खेल के बुनियादी ढांचे में और अधिक सुधार की आवश्यकता है क्योंकि उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती- अकेडमी जैसी सुविधाओं की कमी है. जिसका सामना लगभग हर खिलाड़ी को करना पड़ता है. मुझे लगता है कि एक अच्छी एकेडमी आपकी स्पोर्ट्स जर्नी पर बहुत बड़ा प्रभाव डाल सकती है.”

अपनी एथलेटिक उपलब्धियों के अलावा, उन्होंने स्पोर्ट्स की अहमियत पर जोर देते हुए नौजवानों से अपील की, हमें ड्रग्स और दूसरे से नशे से बचना है. साथ ही उन्होंने कहा कि हम मोबाइल के सीमित इस्तेमाल से अपनी लाइफ आसान कर सकते हैं. वह शारीरिक और मानसिक कल्याण दोनों के लिए समग्र लाभों पर प्रकाश डालते हुए, नियमित व्यायाम के माध्यम से एक स्वस्थ जीवन शैली को उत्साहपूर्वक बढ़ावा देती हैं.

उन्होंने नौजवानों से अनुरोध किया कि इस दौर में प्रत्येक माता-पिता को अपने बच्चों को खेल के क्षेत्र में सहयोग देना चाहिए. क्योंकि यदि बच्चा प्रतिभाशाली होगा तो वह खेल के क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकता है.

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